सर्व प्रथम सन् 1924 में देहरादून सहकारी बैंक की स्थापना हुई एवं 25 मार्च 1924 को डिस्ट्रिक्ट को-आपरेटिव बैंक का पंजीकरण उत्तरप्रदेश सहकारिता एक्ट 1912 के अन्तर्गत हुआ। बैंक का मुख्यालय कचहरी अहाता देहरादून में बनाया गया। प्रारम्भ में बैंक की मुख्य शाखा कचहरी अहाता में ही खोली गयी। तदोपरान्त 1962 में बैंक की दूसरी शाखा विकासनगर में स्थापित की गयी। वर्तमान में बैंक की 27 शाखायें सम्पूर्ण जिले में कार्यरत है। जिनके अन्तर्गत 39 प्रारम्भिक कृषि ऋण सहकारी समितियां कार्यरत है। समितियों द्वारा ग्रामीण एवं कृषको हेतु ग्रामीण बचत केन्द्रो का संचालन भी किया जा रहा है।
जनपद देहरादून भौगोलिक स्थिति मैदानी एवं पर्वतीय क्षेत्र की है जिसके अनुसार बैंक अपनी शाखाओं के माध्यम से दूर-दराज एवं दूर्गम क्षेत्रों में भी अपनी सेवाये प्रदान कर रहा है। बैंक द्वारा कृषको को अल्प एवं दीर्ध अवधि के विभिन्न ऋण योजनाओं का संचालन किया जाता है। साथ ही बैंक द्वारा ग्राहको को उपभोक्ता, वाहन, आवास एवं व्यवसाय हेतु ऋण योजनाओं का संचालन किया जाता है। नाबार्ड द्वारा पैक्स विकास हेतु चलायी जा रही योजना के अन्तर्गत बैंक में पैक्स डवलपमैन्ट सेल का गठन किया गया है जिसके द्वारा पैक्स का समुचित विकास किया जा रहा है।
बैंक द्वारा आधुनिक समय के साथ चलते हुए 2006 से कम्प्यूटरीकरण का कार्य आरम्भ किया गया था वर्ष 2010 में सभी शाखायें एवं मुख्यालय कम्प्यूटरीकृत करने वाला प्रदेश में प्रथम सहकारी बैंक बन गया था, इसी क्रम में वर्ष 2013 में बैंक ने अपनी सभी शाखाओं को सर्वप्रथम सी0बी0एस0 प्रणाली में लाने का गौरव प्राप्त किया है।
वर्तमान में बैंक में समस्त कार्य सी0बी0एस0 प्रणाली के अन्तर्गत ही किये जाते है। बैंक में ए0टी0एम0 रूपे कार्ड, मोबाइल एस0एम0एस0, आर0टी0जी0एस0/एन0ई0एफ0टी0/आई0एम0पी0एस0 एवं सरकार की डी0बी0टी0एल0 योजना के अन्तर्गत एल0पी0जी0 गैस सब्सीडी की सुविधा प्रदान की जा रही है।